Barrister Yusuf Imam: A Forgotten Pillar of Indian Nationalism
बैरिस्टर यूसुफ इमाम: भारतीय राष्ट्रवाद के विस्मृत स्तंभ
DOI:
https://doi.org/10.53573/rhimrj.2025.v12n3.015Keywords:
Yusuf Imam, Nationalism, Secularism, Freedom StruggleAbstract
Barrister Yusuf Imam was a forgotten hero of the Indian freedom struggle who dedicated his legal profession to public service and the national movement. Born in Prayagraj and educated in law in England, Yusuf Imam chose Mirzapur as his field of action. He played an active role in the Non-Cooperation Movement, Civil Disobedience Movement, and Quit India Movement. A staunch supporter of secularism, social justice, and the Ganga-Jamuni culture, he openly opposed the Muslim League’s two-nation theory and worked to ensure minority participation within the Congress. A close associate of Jawaharlal Nehru, Yusuf Imam’s idea of nationalism was inclusive and progressive. He passed away before India’s independence, but in his memory, a hospital was established in Mirzapur. His life represents a unique confluence of the regional dimension of the freedom struggle and the rise of nationalist consciousness within the Muslim community.
Abstract in Hindi Language: बैरिस्टर यूसुफ इमाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक ऐसे विस्मृत नायक थे, जिन्होंने अपनी वकालत को जनसेवा और राष्ट्रीय आंदोलन के लिए समर्पित कर दिया। प्रयागराज में जन्मे और इंग्लैंड से कानून की शिक्षा प्राप्त कर लौटे यूसुफ इमाम ने मिर्जापुर को अपनी कर्मभूमि बनाया। उन्होंने असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा और भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। वे धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक न्याय और गंगा-जमुनी संस्कृति के प्रबल समर्थक थे। मुस्लिम लीग के द्विराष्ट्र सिद्धांत का उन्होंने मुखर विरोध किया और कांग्रेस में अल्पसंख्यकों की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया। जवाहरलाल नेहरू के निकट सहयोगी रहे यूसुफ इमाम की राष्ट्रवाद की अवधारणा सर्वसमावेशी और प्रगतिशील थी। स्वतंत्रता पूर्व ही उनका निधन हो गया, परंतु उनकी स्मृति में मिर्जापुर में एक अस्पताल स्थापित किया गया। उनका जीवन स्वतंत्रता संग्राम के क्षेत्रीय आयाम और मुस्लिम समाज के भीतर राष्ट्रवादी चेतना के अनूठे संगम को प्रस्तुत करता है।
Keywords: यूसुफ इमाम, राष्ट्रवाद, धर्मनिरपेक्षता, स्वतंत्रता संग्राम
References
भारत सरकार। (2022)ए बैरिस्टर यूसुफ इमामए आज़ादी का अमृत महोत्सव, https://amritmahotsav-nic-in/district&reopsitory&detail-htm13369#
सिंह प्रोफ़ेसर विश्राम जी, जिला मिर्जापुर के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास 1905-1948 तक, पृष्ठ संख्या 165
सिंह, मनीष (2012) संयुक्त प्रांत में स्वतंत्रता संग्रामए 1905दृ1947। मनोहर पब्लिशर्स। पृ. 121दृ125
प्रसाद, बिपिन। (1957)। प्रांतीय स्वायत्तता की उत्पत्ति भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन और ब्रिटिश नीति। पॉपुलर बुक डिपो। पृ. 188-190
सिंह प्रोफ़ेसर विश्राम जी, जिला मिर्जापुर के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास 1905-1948 तक, पृष्ठ संख्या-165
भारत सरकार। (2022)। बैरिस्टर यूसुफ इमाम। आज़ादी का अमृत महोत्सव, https://amritmahotsav-nic-in/district&reopsitory&detail-htm13369#
सिंह प्रोफ़ेसर विश्राम जी, जिला मिर्जापुर के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास 1905-1948 तक, पृष्ठ संख्या 165
शर्मा, आर., (2018), उत्तर प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानी, वाणी प्रकशन, पृष्ठ संख्या- 92-96
हसन, एम., (2004), दी लिगेसी ऑफ़ डिवाइडेड नेशन इंडियाज मुस्लिम सिंस इंडिपेंडेंस, ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, पृष्ठ संख्या-57-59
श्रीवास्तवए डॉ. मदन गोपाल, मिर्जापुर में स्वाधीनता आन्दोलन (अप्रकाशित शोध प्रबंध), वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, पृष्ठ संख्या-245-246